दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास बड़ा कार ब्लास्ट और आग: मचा अफरातफरी
दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले के पास बुधवार को एक कार में हुए अचानक और शक्तिशाली विस्फोट ने राजधानी में सनसनी फैला दी। इस धमाके के बाद लगी भयंकर आग ने कई वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया और पूरे इलाके में अराजकता फैल गई। यह घटना व्यस्त नेताजी सुभाष मार्ग क्षेत्र में हुई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और फॉरेंसिक टीमों ने तुरंत और बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया दी।
हालांकि शुरुआती रिपोर्टें और आग के दृश्य बेहद डरावने थे, लेकिन अब अधिकारी घटना की पूरा क्रम समझने में जुट गए हैं। यह लेख दिल्ली ब्लास्ट की पूरी जानकारी, नवीनतम अपडेट, आधिकारिक बयान और चल रही जांच का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है।
दिल्ली ब्लास्ट की टाइमलाइन
घटनाओं की तेजी से बदलती श्रृंखला को समझना इस घटना की गंभीरता को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।
शाम 5:15 बजे के आसपास: चश्मदीदों ने लाल किले के पास जोरदार धमाके की आवाज सुनी। एक वैगनआर कार को आग की लपटों में घिरा देखा गया।
कुछ ही मिनटों में: शुरुआती धमाके से लगी आग ने आसपास खड़ी अन्य कई गाड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
5:20 बजे से आगे: दिल्ली फायर सर्विस को कई कॉल्स प्राप्त हुईं। कई फायर टेंडर घटनास्थल की ओर रवाना किए गए।
5:30 बजे: पुलिस और आपातकालीन टीमों ने नेताजी सुभाष मार्ग के आसपास का इलाका सील कर दिया, जिससे भारी ट्रैफिक जाम लग गया।
शाम के समय: दिल्ली पुलिस आयुक्त सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीमों ने सबूत इकट्ठा करने के लिए जांच शुरू की।

प्रत्यक्षदर्शियों के बयान: “ऐसा लगा जैसे बम फटा हो”
धमाके की अचानकता और तीव्रता ने लोगों और दुकानदारों में हड़कंप मचा दिया।
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया — “हमने बहुत तेज धमाका सुना। पूरी सड़क हिल गई। जब हम बाहर दौड़े तो एक कार पूरी तरह जल रही थी, और कुछ ही सेकंड में आग ने दूसरी गाड़ियों को भी पकड़ लिया। चारों तरफ भगदड़ मच गई।”
एक ऑटो ड्राइवर ने बताया कि “यह किसी फिल्म के सीन जैसा लग रहा था,” क्योंकि आग बहुत तेजी से फैली और आसपास की कारें एक-दूसरे के बहुत करीब खड़ी थीं।
प्रशासनिक कार्रवाई और जांच
अधिकारियों ने स्थिति को संभालने और जांच शुरू करने के लिए तेजी से कदम उठाए।
दिल्ली फायर सर्विस: प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि शाम 5:18 बजे कॉल मिली थी। “हमने तुरंत आठ फायर टेंडर मौके पर भेजे। आग पर काबू पा लिया गया और दोबारा आग न लगे इसके लिए कूलिंग ऑपरेशन किया गया।”
दिल्ली पुलिस: पुलिस के आधिकारिक बयान के अनुसार शुरुआती जांच में कार के CNG किट में तकनीकी खराबी या यांत्रिक समस्या को विस्फोट का संभावित कारण बताया गया है। अभी तक किसी आतंकी या साजिश की संभावना नहीं पाई गई है।
फॉरेंसिक जांच: FSL टीम जली हुई गाड़ियों के अवशेषों का गहराई से विश्लेषण कर रही है, विशेषकर उस वैगनआर का जिसमें धमाका हुआ था। टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इसमें विस्फोटक पदार्थ या कोई संदिग्ध तत्व तो नहीं था।
CNG किट सुरक्षा: संभावित कारण पर गंभीर नजर
CNG किट में खराबी की शुरुआती थ्योरी ने वाहन सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) भारत में, खासकर दिल्ली जैसे शहरों में, लोकप्रिय और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन है। लेकिन गलत इंस्टॉलेशन, खराब रखरखाव या घटिया किट गंभीर खतरा बन सकते हैं।
CNG ब्लास्ट के संभावित कारण:
- गलत इंस्टॉलेशन: गैर-प्रमाणित फिटर्स द्वारा लगाए गए किट में लीकेज या खराब वाल्व हो सकते हैं।
- खराब रखरखाव: समय के साथ रबर पाइप्स खराब हो जाते हैं, और मेटल पार्ट्स में जंग लग जाती है, जिससे गैस लीक हो सकती है।
- घटिया किट्स: निम्न गुणवत्ता वाले या गैर-प्रमाणित किट्स के उपयोग से फेल होने का खतरा बढ़ता है।
- दुर्घटना से क्षति: पहले हुए किसी छोटे एक्सीडेंट से भी गैस टैंक या पाइपिंग की संरचना कमजोर हो सकती है।
यह घटना सभी CNG वाहन मालिकों के लिए एक सख्त चेतावनी है कि वे अपने वाहनों की नियमित जांच प्रमाणित तकनीशियनों से करवाएं।
ट्रैफिक और स्थानीय प्रभाव
यह विस्फोट दिल्ली के सबसे भीड़भाड़ वाले और ऐतिहासिक क्षेत्रों में से एक में हुआ। सुरक्षा कारणों से लगाए गए रोड ब्लॉक्स और कॉरडनिंग के चलते पुरानी दिल्ली से सेंट्रल दिल्ली को जोड़ने वाले मार्गों पर भारी जाम लग गया। यात्रियों को कई घंटों तक नेताजी सुभाष मार्ग, रिंग रोड और आसपास के इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई।
निष्कर्ष: राहत और सबक
हालांकि लाल किले के पास दिल्ली ब्लास्ट के दृश्य भयावह थे, लेकिन राहत की बात यह है कि शुरुआती जांच में आतंकी या आपराधिक कारणों की संभावना नहीं मिली है। दिल्ली की आपातकालीन टीमों की तेज कार्रवाई ने किसी भी जनहानि को टाल दिया और आग को समय रहते काबू में किया।
फिर भी यह घटना एक गंभीर चेतावनी है — यह दिखाती है कि वैकल्पिक ईंधन प्रणालियों में सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, यह जरूरी है कि नागरिक और अधिकारी दोनों मिलकर सुरक्षा प्रोटोकॉल्स को और मजबूत करें ताकि सार्वजनिक स्थान सुरक्षित रहें।
Disclaimer: यह लेख सरकारी स्रोतों और समाचार रिपोर्ट्स पर आधारित है जो लेखन के समय उपलब्ध थीं। जांच जारी है और अधिकारी आगे नए निष्कर्ष साझा कर सकते हैं।